हाथरस। व्यक्ति के मानव अधिकारों के संरक्षण और संवर्धन का कार्य कर रही एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक हृयूमन राइट्स संस्था अज्ञात शवों के धार्मिक रीति-रिवाज से दाह संस्कार का कार्य कर रही है। अज्ञात शव को एडीएचआर की देखरेख और समाजसेवी सुनीत आर्य के नेतृत्व में दाहसंस्कार किया गया।
हाथरस जंक्शन रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर 22 जुलाई को एक 35 वर्षीय व्यक्ति रेल के इंतजार में बैठा हुआ था अचानक बैठे-बैठे वह अचेत हो गया, जीआरपी पुलिस द्वारा व्यक्ति को जिला अस्पताल बागला में डॉक्टरों को दिखाया जहां डॉक्टरों ने उसको मृत घोषित कर मृतक आसमानी रंग की धारीदार
शर्ट, हाथ में नीला बैंड व ग्रे कलर का लोअर पहने हुए था ।
जीआरपी द्वारा शव को शिनाख्त के लिए 72 घंटे रखा शव की शिनाख्त न होने के कारण शव को थाना पुलिस द्वारा लावारिस घोषित कर पोस्टमार्टम कराया गया उसके उपरांत जीआरपी पुलिस द्वारा समाजसेवी सुनीत आर्य व प्रवीन वार्ष्णेय से शव के अंतिम संस्कार के लिए अनुरोध किया गया समाजसेवियों द्वारा शव का हिंदू रीति रिवाज दाहसंस्कार किया
अंतिम संस्कार में प्रवीन वार्ष्णेय, सुनीत आर्या, आयोग दीपक, बंटी भाई कपड़े वाले, रोमी ठाकुर, केशवलाल अरोड़ा, राघव, हेड कांस्टेबल चंद्रकेश, हेड कांस्टेबल अल्केश कुमार मौजूद रहे।