हाथरस में आज एक एनजीओ संचालिका ने पति से हुई कहासुनी के बाद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
परिवार के लोगों ने जब उसे फांसी के फंदे पर लटका देखा तो आनन-फानन में उपचार के लिए जिला अस्पताल लेकर आए। वहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया गया।
अस्पताल प्रशासन ने इस सुसाइड की सूचना पुलिस को दे दी
आपको बतादे शहर की कोतवाली सदर क्षेत्र के दिल्ली वाला मोहल्ला चौक बोहरान निवासी अभिषेक की पत्नी ललिता पालीवाल (35) वर्ष महिला एवं बाल विकास सुरक्षा वेलफेयर सोसाइटी की संस्थापिका थीं
और समाजसेवा के कामों में भी हिस्सा लेती थीं।
बताते हैं कि आज सुबह उनकी अपने पति से कहासुनी हो गई। यह कहासुनी ज्वैलरी खोने के विवाद पर हुई।
ललिता के पास रखी कुछ ज्वैलरी मिल नहीं रही थी
और इसी पर उनके पति से उनकी कहासुनी हुई थी।
इसके बाद ललिता ने ऊपरी मंजिल पर कमरे में फांसी के फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली।
उनकी बेटी जब ऊपर गई तो उसने मां को फंदे से लटके हुए देखा।
बेटी की चीख सुनकर परिवार के लोग आनन-फानन में ललिता को उपचार के लिए जिला अस्पताल लेकर आए। वहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। दो बेटियों का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं, पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।