आदरणीय महानुभाव, दिनांक 18 जुलाई से अधिक मास प्रारंभ हो रहा है । इसे पुरुषोत्तम मास के नाम से भी जाना जाता है । इस मास में शादी , गृह प्रवेश, गृह निर्माण आदि सभी काम्य कर्म शास्त्र विरुद्ध हैं । यह मास आध्यात्मिक उन्नति का मास है । अधिक मास जैसा नाम से स्पष्ट है । इस मास में जाप, पूजा पाठ का अधिक फल प्राप्त होता है। वैसे तो इस मास में लक्ष्मी नारायण की प्रसन्नता के लिए जप आदि करना चाहिए , फिर भी अपने इष्ट की आराधना की जा सकती है । इस मास में शिवार्चन भी विशेष फल देने वाला माना गया है । ब्रज क्षेत्र के मंदिरों में पूरे मास विशेष उत्सवों का आयोजन होता है । ब्रज क्षेत्र के कुछ मंदिरों में अधिक मास के अन्तर्गत पूरे वर्ष भर के त्यौहार बड़े उत्साह से मनाए जाते हैं। गिरि गोवर्धन की परिक्रमा का अधिक मास में विशेष महत्व बताया गया है। आप अपनी सामर्थ्य और श्रद्धा भक्ति के अनुरुप आध्यात्मिक उत्कर्ष के लिए प्रयास कर सकते हैं । इस पुरुषोत्तम मास में लक्ष्मी नारायण की कृपा आपके परिवार और इष्ट मित्रों पर बनी रहे। मैं युगल सरकार लक्ष्मी नारायण जी से सदैव प्रार्थना करता हूं। पुन: आप सभी को पुरुषोत्तम मास की अग्रिम शुभकामनाएं। ॐ श्री लक्ष्मीनारायणाभ्याम् नम: ।।
दिनांक 18 जुलाई से अधिक मास प्रारंभ हो रहा है ।
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